बुधवार को विधानसभा को सूचित किया गया की, गुजरात सरकार राज्य महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को 1,000 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि हाल ही में शुरू की गई मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के तहत 1 लाख सखी मंडल को यह 1000 करोड़ का लोन दिया जायगा, जिनमें से प्रत्येक में 10 महिला सदस्य होंगे।
रूपानी ने कहा, “हमारा लक्ष्य 1 लाख सखी मंडलों के माध्यम से इस योजना के तहत 10 लाख महिलाओं तक पहुंचना है। इससे अंत में 50 लाख लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। अब तक 367 महिला समूहों को शून्य ब्याज ऋण दिया जा चुका था।”
उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर गुजरात को समृद्ध बनाने में मदद करेगी। रूपानी ने कहा कि राज्य सरकार ने महिला समूहों को ऋण प्रदान करने के लिए विभिन्न बैंकों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि सखी मंडलों की ओर से राज्य सरकार द्वारा ऋण पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा। “हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। हमने देखा है कि कैसे महिलाएं अपने छोटे व्यवसायों के लिए उच्च ब्याज दर पर पैसा उधार लेती हैं। रूपानी ने कहा, “इस मुद्दे को दूर करने के लिए, हमने यह योजना शुरू की है ताकि महिलाएं अपनी आजीविका गरिमा के साथ कमा सकें।”
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