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भारत 2021 में ग्‍लोबल मीडिया और फिल्‍म समिट आयोजित करेगा

सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने आज सीआईआई बिग पिक्‍चर समिट को संबोधित किया। अपने संदेश में श्री जावडेकर ने बिग पिक्‍चर समिट आयोजित करने के लिए सीआईआई की प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा, ‘‘हम वह देश हैं जहां प्रौद्योगिकी की प्रगति अद्भुत है। यह मनोरंजन और मीडिया उद्योग को जबरदस्‍त अवसर मुहैया कराती है।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘एनीमेशन, विजुअल इफेक्‍ट्स, गेमिंग एंड कॉमिक (एवीजीसी) एक बढ़ता हुआ क्षेत्र है और हमारे विशेषज्ञ विश्‍व के श्रेष्‍ठ फिल्‍मकारों को अप्रत्‍यक्ष तौर पर सहयोग कर रहे हैं।’’उन्‍होंने कहा कि समय आ गया है जब इन विशेषज्ञों को हमारी अपनी फिल्‍मों के लिए काम करना चाहिए, ताकि भारतीय फिल्‍मों में एनीमेशन और ग्राफिक्‍स का इस्‍तेमाल कई गुना ज्‍यादा हो सके।

जावडेकर ने घोषणा की कि सरकार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्‍थान, बम्‍बई के सहयोग से एक उत्‍कृष्‍टता संस्‍थान बना रही है जहांएवीजीसी के पाठ्यक्रम मुहैया कराए जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि इसके अलावा, यह केन्‍द्र उद्यमिता के विकास की पहल करेगा और इस क्षेत्र में स्‍टार्टअप्‍स को प्रोत्‍साहित करेगा।

जावडेकर ने कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को गोवा में जनवरी 2021 में होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍मोत्‍सव में शामिल होने का न्‍यौता भी दिया। उन्‍होंने घोषणा की कि 2022 में कान्‍स फिल्‍मोत्‍सव के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर भारत कान्‍स में अपना एक विशेष पवेलियन स्‍थापित करेगा। उन्‍होंने यह घोषणा भी की कि भारत अगले साल वैश्विक मीडिया एवं फिल्‍म समिट आयोजित करेगा।

इस अवसर पर अपने संबोधन में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव श्री अमित खरे ने कहा कि नवम्‍बर में अलोकेशन ऑफ बिजनेस रूल्स में किए गए संशोधन का उद्देश्‍य सभी प्रकार के विषयों को एक स्‍थान पर लाना था जैसे कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अपना मंच किसी और स्‍थान पर रखे और इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय किसी अन्‍य स्‍थान पर– इन्‍हें एक साथ लाना। सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा निभाई गई भूमिका के बारे में श्री खरे ने कहा कि इस क्षेत्र में सरकार की भूमिका समन्‍वयक की है। उन्‍होंने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रभाव अन्‍य मंत्रालयों की तुलना में बहुत अधिक है और ऐसा सिर्फ निजी क्षेत्र की वजह से है। उन्‍होंने कहा कि देश में सभी तरह की फिल्‍मों का निर्माण निजी क्षेत्र द्वारा किया जाता है। प्रसार भारती के अलावा, सभी चैनल निजी हैं और ओटीटी क्षेत्र भी पूरी तरह निजी है।

श्री खरे ने कहा कि मीडिया और मनोरंजन उद्योग ने काफी तरक्‍की की है और हमें इस उद्योग की सहायता करनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि महामारी ने शैक्षिक प्रौद्योगिकी और गेमिंग जैसे नए आयाम खोले हैं और उनमें अपनी विशेषज्ञता बाहर भेजने की पर्याप्‍त क्षमता है।

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