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श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर की भोजनशाला को एफ़एसएसएआई (FSSAI) द्वारा फूड सेफ्टी ऑडिट में पास

भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के प्रोजेक्ट सेफ भोग तहत किए गए ऑडिट मे कुंडलपुर भोजनशाला को पास घोषित किया गया है। भारत मे सेफ भोग प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला प्रथम जैन तीर्थ स्थल दमोह जिले का श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर बना है।

भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण(एफ़एसएसएआई) के प्रोजेक्ट सेफ का उद्देश्य भारत में धामिक तीर्थ स्थलों, पूजा स्थलों पर शुद्ध संरक्षित प्रसाद एवं भोजन उपलब्ध कराना है।

इसके तहत सभी पूजा स्थलों मे वितरित होने वाला भोजन एवम प्रसाद एवं उसके समीप खाद्य प्रतिष्ठानो को फूड सेफ्टी एक्ट के तहत लाइसेंस प्राप्त करना होता है। इन स्थानों पर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनयम के तहत विभिन्न प्रावधानों का पालन करना जरूरी होता है। मध्यप्रदेश सरकार ने प्रोजेक्ट भोग के तहत मध्यप्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर शुद्ध संरक्षित प्रसाद भोजन कराने के उद्देश्य से कलेक्टर तरुण राठी के प्रयासों से जिले के कुंडलपुर श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर का चयन किया गया था।

 

निर्धारित 114 अंक मे से 104 अंक प्राप्त हुए 

श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर की भोजनशाला को सेफ भोग प्रोजेक्ट के अनुसार बनावाने में सीएमएचओ के डॉक्टर संगीता त्रिवेदी ने कार्ययोजना के तहत फाइनल ऑडिट की तैयारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी दमोह राकेश अहिरवाल के निर्देशन मे की गई। क्षेत्र मंदिर की भोजनशाला की फाइनल ऑडिट 7 नवंबर को एफ़एसएसएआई (FSSAI) के केंद्रीय ऑडिटर शैलेन्द्र भाटी द्वारा जारी फाइनल ऑडिट में श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर को 47 फुड सेफ्टी पैरामीटर में कंप्लायंस करने पर निर्धारित 114 अंक मे से 104 अंक प्राप्त हुए है। जो अनुकरणीय प्रतिमान की कोटि मे आता है। फाइनल फूड सेफ्टी एक्ट ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर कुंडलपुर भोजनशाला को सेफ भोग प्रमाण पत्र भारत सरकार की संस्था एफ़एसएसएआई से जारी करने की अनुशंसा की गई है। भारत सरकार द्वारा जल्द ही सेफ भोग प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। केंद्रीय ऑडिटर कंप्लायंस प्राप्त होने के कारण श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र कुण्डलपुर की भोजनशाला है जो भारत का प्रथम जैन तीर्थ स्थल है जिसे सेफ भोग प्रमाण पत्र जारी हुआ है।

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