विजयादशमी पर्व पर बदरीनाथ धाम बंद होने की तिथि तय की गई। बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 20 नवबंर 2021 को शाम 6 बजकर 45 मिनट पर बंद किए जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर छह नवंबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।
जबकि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर 5 नवंबर 2021 को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे। यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने का मुहूर्त एक सप्ताह के अंतराल में निकाला जाएगा।
गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर 5 नवंबर 2021 को दोपहर 11 बजकर 45 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे।
द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए 22 नवंबर 2021 को प्रात: साढे आठ बजे वृश्चिक लग्न में बंद हो जायेंगे। जबकि डोली आगमन पर मद्महेश्वर मेला 25 नवंबर 2021 को आयोजित होगा।
तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शनिवार 30 अक्टूबर 2021 को दोपहर एक बजे शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर 6 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। वहीं, द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए 22 नवंबर 2021 को सुबह साढ़े आठ बजे वृश्चिक लग्न में बंद हो जाएंगे। डोली आगमन पर मद्महेश्वर मेला 25 नवंबर 2021 को आयोजित होगा।
तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शनिवार 30 अक्टूबर 2021 को दोपहर एक बजे अपराह्न शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। कपाट बंद होने के पश्चात भगवान मद्महेश्वर की चलविग्रह डोली 22 नवंबर 2021 को गौंडार, 23 नवंबर 2021 को रांसी, 24 नवंबर 2021 को गिरिया प्रवास करेगी। 25 नवंबर 2021 को चल विग्रह डोली ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। मद्महेश्वर मेला 25 नवंबर 2021 को आयोजित किया जाएगा। तुंगनाथ की चलविग्रह डोली 30 अक्टूबर 2021 को चोपता, 31 अक्टूबर 2021 को भनकुंड तथा 1 नवंबर 2021 को गद्दीस्थल श्री मार्कंडेय मंदिर में विराजमान होंगी।
17 अक्तूबर को बंद होंगे चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट
चतुर्थ केदार के रूप में विख्यात भगवान रुद्रनाथ के कपाट 17 अक्तूबर को कार्तिक संक्रांति के पावन पर्व पर ब्रह्ममुहूर्त में अभिषेक पूजा के बाद शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।