आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा कि राग-द्वेष को समझाते हुए उदाहरण के माध्यम से आचार्य श्री ने पूछा कि वृक्ष पहले आया है या बीज? यह तो एक चक्र है। जिस प्रकार बीज को जला देने पर, उसका बीजत्व खत्म हो जाता है और वह वापस नही बोया जा सकता। उसी प्रकार हमे अपने भीतर के राग-द्वेष को छोड़ना है। कैसे छोड़ेंगे? वीतरागी प्रभु के सामने बैठना भी बहुत पुण्य से अवसर आता है। प्रभु के सामने बैठने से, उनकी छवि को देखने से भी राग द्वेष खत्म होते जाता है क्योंकि वे तो किसी को देखते नही, पूरी दुनिया को देखते है लेकिन उन्हें दुनिया से मतलब नही है, आपको दुनिया को नही छोड़ना है। दुनिया से मतलब छोड़ना है। हम राग द्वेष करते है तो बंध होता है और बंध होता है तो राग द्वेष होता है और पुनः बंध होता है। हमे इसी चक्र को खत्म करना है और अपने भीतर के राग-द्वेष को खत्म करना है लेकिन अगर इरादा नही करोगे तो खत्म नही होगा। जिस दिन खत्म हो जाएगा तो प्रभु के चारो तरफ़ जिस प्रकार समवशरण की रचना होती है दिखने लगेगी ओर प्रभु के दर्शन हो जाएंगे। प्रभु के पास पहुँचने का रास्ता तो पता है लेकिन उसके लिए भी हमे टिकट लेनी पढ़ेगी, टिकट मिल जाएगी तब हम प्रभु के पास पहुच जाएंगे
VSPNews Telegram , Youtube, Facebook और Twitterपर भी उपलब्ध है। आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव जिज्ञासा समाधान प्रतिपादक 108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा है की चार व्यक्ति मे कौन अच्छा-बड़ों के ऊपर जब भी कुछ करेंगे बड़े कहते हैं ये मेरा धर्म था हमारा कर्तव्य था बड़ा बनने का यह उपाय पहला भाव जब आए आपका कोई कार्य करने पर प्रदर्शन का भाव […]
VSPNews Telegram , Youtube, Facebook और Twitterपर भी उपलब्ध है। आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को एक अधिसूचना जारी कर दुर्गा पूजा समितियों को कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने और खुले पंडाल स्थापित करने को कहा है जहाँ आगंतुक बिना मास्क के प्रवेश नहीं कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पूजा समितियों के लिए समान लाइनों के साथ सुरक्षा दिशानिर्देश सूचीबद्ध किए जाने के […]
VSPNews Telegram , Youtube, Facebook और Twitterपर भी उपलब्ध है। आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
जिला जेल में कैदियों को जीवन सुधारने किया प्रेरित, शराब और अपराध छोड़ने का कैदियों से लिया संकल्प छतरपुर । सोमवार को छतरपुर जिला जेल में आचार्य विराग सागर जी के प्रिय शिष्य जनसंत उपाध्याय श्री विरंजन सागर जी महाराज ससंघ पहुंचकर कैदियों के जीवन सुधारने का गुरु मंत्र दिया। मुनि श्री ने अपने प्रवचनों […]
VSPNews Telegram , Youtube, Facebook और Twitterपर भी उपलब्ध है। आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।