अखिल भारतीय मौसम सारांश एवं पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग का राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र ने अगले पांच दिनों के लिए अखिल भारतीय मौसम का पूर्वानुमान एवं इसका सारांश प्रकाशित किया है जो निम्नलिखित है:
अगले 48 घंटे के दौरान दक्षिण अंडमान सागर एवं इसके समीपवर्ती क्षेत्रों में एक निम्न दबाव क्षेत्र (Low pressure area) के बनने का अनुमान है। इसके बाद के 48 घंटों में इसके और अधिक स्पष्ट हो जाने एवं एक दबाव में केंद्रित हो जाने तथा बाद में और अधिक सघन हो जाने का अनुमान है। 01-03 मई के दौरान इसके उत्तर-उत्तर पश्चिम की दिशा में एवं उसके बाद म्यांमार-बांग्ला देश तटों की ओर बढ़ने की बहुत अधिक संभावना है।
इसके प्रभाव के तहत, 01 मई को 40-50 किमी प्रति घंटे तथा बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे की गति की तूफानी हवायें दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीपसमूह तथा समीपवर्ती दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी, 02 मई को इन्हीं क्षेत्रों में 45-55 किमी प्रति घंटे तथा बढ़कर 65 किमी प्रति घंटे की गति की हवायें तथा 03 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी एवं समीपवर्ती दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर 50-60 किमी प्रति घंटे तथा बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे की गति की हवायें चलने का अनुमान है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा 02 मई को निकोबार द्वीपसमूह तथा 01 एवं 03 मई को इन्हीं क्षेत्रों में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है। पूरे प्रायद्वीपीय (Peninsular) भारत में कम दबाव के क्षेत्र / वायु अनिरंतरता के प्रभाव के तहत अगले दो दिनों में केरल एवं महाराष्ट्र के ऊपर, 29 अप्रैल से 01 मई के दौरान महाराष्ट्र, गोवा एवं उत्तरी भीतरी कर्नाटक छिटपुट से काफी व्यापक वर्षा/गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है। इस अवधि के दौरान, इन्हीं क्षेत्रों के ऊपर, छिटपुट गरज, बिजली, तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) का भी अनुमान है।
निकट आ रहे एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब एवं हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली के ऊपर पृथक से छिटपुट वर्षा/गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है जिसके लगभग 30 अप्रैल-01 मई के दौरान अधिकतम गतिविधि की संभावना है।