व्हाट्सएप्प के अनेक ग्रुप में तरह – तरह की अपुष्ट जानकारी युक्त पोस्ट चल रही हैं। कई लोगों के कॉल एवम पूछताछ सन्देश हमारे पास आ रहे हैं। अतः इस सम्बंध में हमने वह के लोगो से चर्चा कर प्राप्त पुष्ट यथार्थ जानकारी निम्नानुसार प्रस्तुत कर रहे हैं।
कल दिनांक 7 मई 2020 को प्राप्त सूचना के अनुसार भगवान पारसनाथ की टोंक पर लगे ध्वज दण्ड पर विजली गिरने से कलश के नीचे दरार आ गई है जिस पार्ट में ध्वज दण्ड लगा है। मंदिर एवं गुम्बद को नुकसान नही हुआ ताड़ित चालक(Lightning rod) लगे होने से बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
आप को बता दे की शिखर जी पर्वत पर भगवान पार्श्वनाथ की बड़ी कृपा सदैव रही है, वेसे भी पहाड़ पर विजली गिरती रहती है किंतु आज तक जानमाल का नुकसान कभी नहीँ हुआ है।