कुछ ठगों ने बीते दिनों में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेक के जरिए 6 लाख रुपए निकाल लिए थे। फिर भारतीय स्टेट बैंक ने सोमवार को 6 लाख रुपए ट्रस्ट के खाते में जमा करा दिए। यह जानकारी ट्रस्ट ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से दी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने बताया ”
फ़र्ज़ी चेक व फ़र्ज़ी हस्ताक्षर करके श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के भुगतान खाते से निकाल कर पीएनबी में ट्रान्स्फ़र कराया गया 6,00,000/ रुपया, स्टेट बैंक ने वापस ट्रस्ट श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र खाते में जमा करा दिया है । प्रभु कृपा ।त्वरित करवाई के लिए भारतीय स्टेट बैंक के सम्बन्धित अधिकारियों के प्रति ट्रस्ट की ओर से हार्दिक आभार ।। जय श्री राम!’
और इस वारदात के बाद अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट खाता संचालन और पेमेंट को लेकर और चौकन्ना हो गया है। और अब कोई भी भुगतान चेक के ज़रिये नहीं किया जायगा । केवल आरटीजीएस के जरिए होगा भुगतान।चंपत राय और मेंबर डॉ. अनिल मिश्र को ट्रस्ट का अकाउंट चलाने के लिएअधिकृत किया गया है। डॉ. अनिल मिश्र ने यह जानकारी दी की, अयोध्या में ट्रस्ट के दो अकाउंट हैं, जिनमे से एक खाते में केवल धनराशि जमा की जाती है, और दूसरे से केवल पेमेंट की व्यवस्था है। हालाँकि अब कोई और लापरवाही न करते हुए यह फैसला किया गया है की, अब भुगतान खाते में केवल उतना ही बैलेंस रखा जाएगा, जितने का किसी को भुगतान करना रहेगा। चेक की जगह आरटीजीएस के जरिए भुगतान किया जाएगा।
फर्जीवाड़े का कैसे चला पता ?
एसबीआई बैंक लखनऊ से बीते 9 सितंबर को दोपहर महामंत्री चंपत राय के पास फोन आया कि चेक संख्या 740798 के माध्यम से 9 लाख 86 हजार का भुगतान का चेक बैंक में जमा किया गया है, क्या यह भुगतान किया जाना है? चम्पत राय द्वारा चेक बुक जांचने के बाद पता लगा की उस नंबर का चेक, चेकबुक में ही लगा हुआ था। जब पहले ट्रांसफर हुए पैसों की चेक संख्या मिलाई गई तो वो भी चेकबुक में लगे मिले। हालाँकि यह पहली घटना नहीं थी, इससे पहले लखनऊ के एक बैंक 1 सितंबर को क्लोन चेक बनाकर 2.5 लाख और 3 सितंबर को 3.5 लाख रुपए निकाले गए थे।