लेखक- रमेश जैन
कोरोना महामारी के कारण लगे लाकडाउन के दौरान सारी दुनिया अपने-अपने घरों में ही कैद हो गई। इस दौरान बडी-बडी हस्तियां भी अपने छोटे मोटे कार्य भी स्वयं ही करती नजर आयी।
-भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पत्नी सविता कोविंद ने स्वयं सिलाई मशीन पर मास्क सिलकर मास्क की कमी दूर करने में सहयोग दिया।
-ब्रिटेन की राजकुमारी केट मिडिलटन ने होम क्वारंटीन के दौरान अपने दो बच्चों जार्ज ( 6 ) और शेरलाट ( 5 ) के हेयर कट स्वयं ही किए। केट की मां कैरोल मिडिलटन ने केट और उसकी बहन को खाना बनाना और बच्चों के बाल काटना सिखाया।
-एक्ट्रेस स्वरा भास्कर की मां को दिल्ली में चोट लग गई, उन्हे फ्रेक्चर हो गया तो वे आनन फानन में स्वयं गाडी चलाकर हर तरह की परमीशन लेकर मुंबई से दिल्ली 1400 किमी का सफर स्वयं तय कर दिल्ली पहुंची।
-एक्टर सैफ अली खान ने अपने बेटे तैमूरअली खान के बाल स्वयं ही काटे।
-एक्ट्रेस आलिया भट्ट के बाल घर पर ही उसके बायफ्रेंड रणबीर कपूर ने काटे। एक दिन आलिया पैदल ही अपने माता पिता महेश भट्ट व सोनी राजदान से मिलने मास्क लगाकर व ग्लव्ज पहनकर पहुंच गई।
-अन्य अनेक घटनाएं और भी सामने आयी जिनमें बडे बडे नामी गिरामी व्यक्तियो ने स्वयं ही अपने कार्य कर स्वावलंबन का परिचय दिया।
मुझे याद आया जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने सृष्टि के आरंभ में ही मनुष्य को स्वावलंबी बनने की शिक्षा दे दी थी। मुझे याद है 17 फरवरी 2002 को जब मै प्रमुख जैनाचार्य विद्यानंद जी मुनिराज से मिला था तो उन्होने बताया कि भगवान ऋषभदेव ने अपने सौ के सौ पुत्रों को एक साथ बुलाकर चार शिक्षाएं दी थी। स्वयं को बदलो, स्वावलंबी बनो, स्वतंत्र रहो तथा हर परिस्थिति में मुस्कुराओ। अपनी बागडोर किसी और के हाथ में मत दो। किसी भी परिस्थिति से डरना या घबराना नही। काश हम पहले ही इन बातों को अपना लेते तो आज हमें दिक्कत न होती।
लेखक- रमेश जैन (एडवोकेट, नवभारत टाइम्स)