भारत और चीन के बॉर्डर पर हो रहे अशान्ति के बीच, गुरूवार को भारत के रक्षा मंत्री ने रूस के रक्षा मंत्री से मुलाकात की। यहाँ वह शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। दोनों के बीच काफी काफी अच्छी दोस्ती दिखाई पड़ी, और एकल फैसला भी लिया गया है, जो पाकिस्तान के लिए चिंताजनक है।
यह बैठक लगभग एक घंटे से भी ज़्यादा चली और रूस ने भारत की और से किये गए मांग क पूरा करते हुए कहा की, पाकिस्तान के साथ “नो आर्म्स सप्लाई” की नीति जारी रहेगी।
इस नीति के तहत, पाकिस्तान को किसी तरह के बड़े हथियार सप्लाई नहीं किए जाएंगे।
साथ ही साथ रूस के रक्षा मंत्री ने भारत के सुरक्षा से जुड़े मामलों पर पूरा साथ देने का भरोसा भी दिया है। उन्होंने मेक इन इंडिया प्रोग्राम की तारीफ करते हुए इसमें और योगदान देने की भी बात कही है।
ऐसे कई मौको पर रूस ने भारत को पूरा समर्थन दिया है, चाहे वह हथियार की सप्लाई हो या भारत की हिट में बोलना हो। इस चीन और भारत क तनाव के बीच यह दौरा एक अहम् कड़ी है।
इस बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने मॉस्को में मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जाकर श्रद्धांजलि दी। और इस बैठक में मौजूद चीनी रक्षा मंत्री फेंग ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की अपील की है, वैसे इस पर अबतक भारत की ओर से कोई प्रक्रिया नहीं दिखाई गयी है।
यह अबतक भारत के रक्षा मंत्री का दूसरा रूस दौरा है और बीते वक़्त भी भारत और चीन क बिच हुए तनाव के दौरान कई डील्स पर फैसला किया गया था।