कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से इस्तीफा देंगे और रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। राहुल के इस्तीफे से खाली होने वाली वायनाड सीट से कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी उपचुनाव लड़ेंगी। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मौजूद थीं।
बैठक के बाद पत्रकारों को फैसले की जानकारी देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘राहुल गांधी रायबरेली की सीट से सांसद रहेंगे। क्योंकि रायबरेली से गांधी परिवार का बड़ा जुड़ाव है। पीढ़ियों से गांधी परिवार के सदस्य रायबरेली से चुनाव लड़ते आए हैं। राहुल गांधी वायनाड सीट से चुनाव लड़े, वहां के लोगों का प्यार भी उन्हें मिला है। वहां की जनता चाहती थी कि राहुल गांधी वायनाड सीट से भी सांसद बने रहें। लेकिन कानून इसकी इजाजत नहीं देता। इसलिए हमने यह तय किया कि वायनाड से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी।’
राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा, ‘वायनाड और रायबरेली से मेरा भावनात्मक रिश्ता है। मैं पिछले पांच साल से वायनाड से सांसद था। मैं लोगों को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूँ। प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव लड़ेंगी। हम मिलकर वायनाड से किए हर वादे को पूरा करेंगे। मैं समय-समय पर वायनाड का दौरा भी करूंगा। मेरा रायबरेली से पुराना रिश्ता है, मुझे खुशी है कि मुझे उसका प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा, लेकिन यह एक कठिन निर्णय था। क्योंकि वायनाड और रायबरेली दोनों के साथ मेरा जुड़ाव है।’
वहीं प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मैं वायनाड की जनता को राहुल गांधी की अनुपस्थिति महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी I सभी को खुश करने और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी। मेरा रायबरेली और अमेठी से बहुत पुराना रिश्ता है और इसे तोड़ा नहीं जा सकता। मैंने दोनों जगह 20 वर्ष काम किया है। मैं रायबरेली में भी अपने भाई की मदद करूंगी। हम दोनों रायबरेली और वायनाड में मौजूद रहेंगे।’