कोरोना जैसी महामारी के बीच बिहार की जो तस्वीरें सामने आयी है, उससे यह पता लगाना थोड़ा मुश्किल है की इस बार किसकी होगी सरकार। ब्रिज के टूटने से लेकर बिहार के अस्पताल में पड़ी हुई वह दो लाशें, इन सब की तस्वीर मिंटो में वायरल हुई और उठे हैं कई सवाल।
उसी बीच बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के सीट-बंटवारे पर निर्णय लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी संसदीय बोर्ड फैसला करने में जुटा है। संजय जायसवाल का कहना है की सभी एन डी ए के दल साथ मिलकर लड़ेंगे।संजय जायसवाल ने कहा की पार्टी का संसदीय बोर्ड बिहार विधानसभा में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे के फार्मूले पर अंतिम निर्णय लेगा।
बिहार भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “भाजपा का संसदीय बोर्ड इस संबंध में निर्णय लेगा। एनडीए के सभी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे और तीन-चौथाई बहुमत से विजयी होंगे।”
वह सुझावों के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि चुनावों में भाजपा और जद-यू के बीच 50-50 सीटों का बंटवारा होना चाहिए। जायसवाल ने चुनाव संबंधी कई नियुक्तियों की भी घोषणा की। जेडी-यू ने 2013 में बीजेपी के साथ अपने 17 साल पुराने गठबंधन को समाप्त कर दिया था, लेकिन 2017 में आरजेडी के साथ अपने संबंधों को तोड़ने के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गए। दोनों पार्टियों ने आखिरी विधानसभा चुनाव एक दूसरे के खिलाफ लड़े थे और 2019 के लोकसभा चुनाव एक साथ लड़े थे।
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने वाले हैं। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो जाएगा। चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार में कोरोनो के महामारी के कारण चुनाव की तारीखों पर अंतिम फैसला नहीं लिया है।
लेकिन इसके बावजूद कई रणनीतिया तैयार कर ली गयी है। सवाल यह है की जो 15 साल में नहीं हुआ वह आने वाले सालों में कैसे होगा?
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