

बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव आय दिन चर्चा में हैं। सबसे पहले कोरोना जैसी महामारी के बिच भी बिहार में अक्तूबर-नवंबर के महीने में यह चुनाव होने वाले है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल ( राजद) को तगड़ा झटका लगा है, क्यूंकि गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है की उनका दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है। उन्होंने राजद से इस्तीफा देने घोषणा अस्पताल से ही की है।
उन्होंने लालू प्रसाद यादव के नाम चिट्ठी भेजी जिसमे उन्होंने लिखा की जननायक कर्पूरी ठाकुर के बाद 32 वर्षों तक वह लालू के पीछे खड़े रहे लेकिन अब नहीं रह पाएंगे। पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और आमजन ने भी बड़ा स्नेह दिया है, लेकिन अब मुझे क्षमा करें।
प्रसाद को तबीयत ज्यादा खराब होने आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। एम्स द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उनके सभी जांच किए जा रहे हैं। और अभी उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। कुछ महीने पहले 74 साल के राजनेता रघुवंश प्रसाद कोरोना संक्रमित पाए गए थे। पटना एम्स से वह स्वस्थ्य होकर घर लौट आए थे, मगर उनका शरीर कमजोर हो गया है।
रघुवंश प्रसाद कोरोना से उबरने के बाद भी पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाए है। खबर यह भी है की, वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह राजद में आना चाहते हैं। हलाकि पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे रघुवंश इसका विरोध कर रहे थे। जब उनकी नाराजगी को लेकर सवाल पूछे गए तो जवाब में पार्टी अध्यक्ष तेज प्रताप ने कहा कि पार्टी समुद्र होता है, उससे एक लोटा पानी निकलने से कुछ नहीं होता है।
लेकिन तेज प्रताप का रघुवंश प्रसाद की तुलना एक लोटा पानी से करने पर काफी विवाद खड़ा हो गया था। और जब तेज प्रताप अपने पिता से मिलने पहुंचे तो लालू यादव ने उन्हें इस तरह का बयान देने को लेकर फटकार लगाई थी। आपको बता दे की कार्यकर्ताओं के राबड़ी आवास पर विरोध करने पर तेजस्वी ने कहा था कि रामा सिंह को पार्टी में लेने पर पार्टी फैसला करेगी।