दिल्ली के देवली इलाके में आज सुबह 52 वर्षीय डॉक्टर राजेंद्र सिंह के आत्महत्या मामले में शाम होते-होते नया मोड़ आ गया। परिजनों ने पुलिस को 3 पेज का सुसाइड नोट मुहैया कराया है, जिसमें आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक प्रकाश जारवाल और उनके सहयोग कपिल नागर पर धमकाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, घर के नजदीक ही अपना क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर राजेंद्र सिंह ने सुबह 5-6 बजे के बीच घर की छत पर आत्महत्या कर ली। राजेंद्र ने छत पर टंगी रस्सी के सहारे फांसी का फंदा बनाकर जान दे दी। जैसे ही परिजनों को जानकारी लगी पुलिस को फोन के जरिये सूचित किया।
दिल्ली पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भिजवा दिया और आगे की जांच शुरू कर दी है।
डॉक्टर के घर पर रहने वाले किरायदार ने सुबह 5.30 राजेंद्र सिंह का फांसी के फंदे पर लटकते देखा तो घरवालों को सूचित किया। वहीं, परिजनों ने डॉक्टर के लिखे 3 सुसाइट नोट भी दिल्ली पुलिस को सौंपे हैं, जिसमें AAP विधायक प्रकाश जारवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
परिजनों ने देवली से आम आदमी पार्टी विधायक प्रकाश जारवाल और उनके सहयोगी कपिल नागर पर धमकी देने के साथ प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। परिजनों की लिखित शिकायत पर पुलिस ने आप विधायक प्रकाश जारवाल और उनके साथ कपिल नागर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
परिजनों का कहना है कि राजेंद्र ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड लिखा था। परिजनों ने सुसाइड नोट का हवाले देते हुए AAP विधायक प्रकाश जारवाल और उनके सहयोगी कपिल नागर पर धमकाने का आरोप लगाया है, साथ ही कहा है कि दोनों की धमकी और प्रताड़ने के चलते ही डॉक्टर ने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया।
दुर्गा विहार में चलाते थे प्राइवेट क्लीनिक
परिजनों ने बताया की डॉक्टर राजेंद्र सिंह बेहत शांत स्वभाव के थे। आसपड़ोस में उन्हें बेहद सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। वह काफी समय से दुर्गा विहार में अपना क्लीनिक चलाने के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर टैंकर लगाते थे। राजेंद्र ने कई सालों से दिल्ली जलबोर्ड में कॉन्ट्रेक्ट पर कई टैंकर लगा रखे थे जिसे स्थानीय विधायक ने हटवा दिया था। राजेंद्र सिंह का आरोप है कि टैंकर लगाने के लिए आप विधायक प्रकाश जारवाल उनसे मोटी रकम मांगी जा रही थी। डॉक्टर ने ये रकम नहीं दी जिसके कारण दिल्ली जल बोर्ड से उसके टैंकरों को हटवा दिया गया। आरोप है कि आप विधायक प्रकाश जारवाल ने उनका कुछ लाखों का बिल भी रुकवा दिया था, जिससे हताश परेशान डॉक्टर ने खुदकुशी की।