पूर्वी दिल्ली के पहले इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का आज पटपड़गंज में उद्घाटन किया।
ऐप्प के ज़रिए pre-booking कर EV चालक 45-90 मिनट में गाड़ी अपने आप चार्ज कर पाएंगे―एक समय पर 4 गाड़ियां चार्ज हो सकेंगी
पेट्रोल पम्प की जगह अब ई-चार्जिंग स्टेशन लेंगे. pic.twitter.com/5DP2yp7SvV
— Manish Sisodia (@msisodia) July 18, 2020
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज पटपड़गंज में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया। पूर्वी दिल्ली के इस पहले सार्वजनिक चार्जिंग ईवी स्टेशन में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसमें एक साथ चार वाहनों को 45 से 90 मिनट तक चार्ज किया जा सकता है। इसमें एसयूवी, महिन्द्रा, हुंडई, कोना इत्यादि हैवी ड्यूटी वाहनों की चार्जिंग हो सकती है।
इस मौके पर श्री सिसोदिया ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन ही हमारा भविष्य हैं क्योंकि इससे हम प्रदूषण मुक्त दिल्ली बना सकते हैं। लेकिन अभी ऐसे वाहन खरीदने वालों को चार्जिंग में दिक्कत आती थी। इस स्टेशन से यह समस्या दूर होगी। श्री सिसोदिया ने कहा कि जिस तरह आज हर जगह पेट्रोल पंप दिखते हैं, उसी तरह आने वाले समय में हर जगह ईवी चार्जिंग सेंटर दिखेंगे।
या सेंटर पूर्वी दिल्ली और पटपड़गंज क्षेत्र के लोगों की चार्जिंग जरूरतों को पूरा करेगा। इससे क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहन के उपयोग की प्रवृति बढ़ेगी तथा निवासियों को प्रदूषण से राहत मिलेगी। यह सेंटर काफी आधुनिक है जहां एक साथ एक साथ चार वाहनों की चार्जिंग हो सकती है। बड़ी बैटरी आकार वाली कारें (जैसे हुंडई, कोना आदि) लगभग 45 मिनट में चार्ज की जा सकती हैं और महिंद्रा ई-वेरिटो, टाटा टिगोर जैसी कारें लगभग 90 मिनट में चार्ज की जा सकती हैं।
इस ईवी चार्जिंग सुविधा का प्रारंभिक शुल्क सीमित अवधि के लिए 10.50 रुपये प्रति यूनिट होगा, जो दिल्ली में वर्तमान ऑपरेटिंग ईवी पब्लिक चार्जिंग टैरिफ में सबसे कम है। नागरिकों को चार्जिंग की अग्रिम बुकिंग के लिए प्लग एनजीओ नामक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन बनाया गया है जो गूगल प्ले स्टोर में उपलब्ध है। मोबाइल द्वारा प्री-बुकिंग की सुविधा भी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि बीवाइपीएल ने दिल्ली में ईवी चार्जिंग स्टेशन सुविधा बढ़ाने की पहल तेज कर दी है। इसके लिए मेसर्स ईवी मोटर्स के साथ मिलकर स्वाति अपार्टमेंट, पटपड़गंज में यह स्टेशन स्थापित किया गया है। इस चार्जिंग स्टेशन की स्थापना एनएच-9 के आसपास हुई है जो गाजियाबाद और नोएडा के क्षेत्रों को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली से जोड़ती है। लिहाजा, आसपास के नागरिकों को भी इसका लाभ होगा।