अप्रैल का महिना बीत चुका है, धीरे-धीरे मौसम का पारा भी 40 के पार पाहुचने लगा है। एसे मे देश के कई जगहो पर गर्मी बढ़ी है और देश में कई स्थानों पर लोग AC का उपयोग भी करने लगे हैं। ऐसे में लोगों की चिंता सवाल बन कर सामने आ रही है कि क्या AC चलाना ख़तरनाक है?
जो लोग AC का इस्तेमाल कर रहे हैं उनके सवाल का जवाब ये है कि AC एक ज़रिये कोरोना वायरस फ़ैल सकता है, इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन यदि आप इसका प्रयोग सावधानी से करते है तो डरने या चिंता करने की कोई बात नहीं है।
यह वायरस संक्रमित इंसान के छींकने या खांसने के दौरान निकलने वाले ड्रॉपलेट्स से फैलता है। ऐसे में जो लोग संपर्क में आएंगे, उसमें यह वायरस पहुंच सकता है लेकिन जो मास्क पहने होंगे, उस तक नहीं पहुंच पाएगा। उन्होंने बताया कि एसी ऑन करते वक्त वेंट ऑन कर दें। इससे बाहर की हवा आएगी और लोगों को ताजी हवा भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि एसी को चलाने से पहले फिल्टर को डिटरर्जेंट से साफ कर लें। इससे फिल्टर में फंसे फंगस और बैक्टीरिया भी निकल जाएंगे। फिल्टर को साफ करते वक्त मुंह में मास्क व हाथों में दस्ताने पहनना भी जरूरी है।
AC का सही प्रयोग करें तो चिंता की बात नहीं
भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टर ने अपने एक टीवी इंटरव्यू में इस बात पर प्रकाश डाला। डॉक्टर ने कहा कि एसी चलाना अपने आप में कोई समस्या नहीं है, समस्या इसके क्रॉस वेंटिलेशन से जुडी हुई है।
विंडो AC में एक्जहॉस्ट का ध्यान रखें
घर के विंडो एसी में आपके कमरे की हवा बाहर या दूसरे कमरों में नहीं जाएगी। इसलिए घर में विंडो एसी या गाड़ी में लगा एसी चलाने में कोई समस्या नहीं है परन्तु कमरे में लगे विंडो एसी का एक्जहॉस्ट को ढंग से लगाएं ताकि उसकी हवा बाहर न जाए और यदि जाए तो ऐसे स्थान पर न जाये जहां लोग एकत्रित हों।
सेंट्रलाइज़्ड AC चिंता का विषय है
डॉ. के अनुसार सेंट्रलाइज़्ड AC समस्या बन सकती है। दफ़्तर या सार्वजनिक जगहों पर ज्यादातर सेंट्रल एसी होता है जो कि हवा को दूसरे कमरों में सर्कुलेट करता है। ऐसे में अगर किसी कमरे में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति खांस दे तो ऑफिस के दूसरे कमरों में हवा से संक्रमण फैल सकता है। इसलिए अब सेंट्रल AC की जगह विंडो AC इस्तेमाल करने होंगे।