मध्य प्रदेश के किसानों की सुविधा के लिये मंडी बोर्ड के अधीन कॉल सेन्टर (0755-2550495) स्थापित किया गया
मध्य प्रदेश: शासन ने सभी संभागायुक्तों एवं जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किये हैं कि किसानों को फसल कटाई के लिये आपसी समन्वय स्थापित कर कम्बाईन हार्वेस्टर्स उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। प्रदेश के कुछ जिलों में कम्बाईन हार्वेस्टर्स की कमी से फसलों की कटाई प्रभावित हुई है। इस कारण प्रशासनिक स्तर पर यह कार्यवाही की गई है।
प्रमुख सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया है कि पंजाब राज्य में पंजाबी भाषा में विज्ञापन प्रकाशित कराकर अनुरोध किया गया है कि वहां के मध्यप्रदेश में आकर काम करने के इच्छुक हार्वेस्टर मालिक शीघ्र सम्पर्क करें। मध्यप्रदेश शासन द्वारा उन्हें आसानी से परिवहन पास उपलब्ध्य कराये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा के लिये मंडी बोर्ड के अधीन कॉल सेन्टर (0755-2550495) स्थापित किया गया है। इस सेन्टर पर किसान अपनी मांग दर्ज करा रहे हैं और उनकी मांग की जानकारी प्रशासन द्वारा संबंधित जिलों के अधिकारियों को तुरंत भेजी जा रही है। इसी के साथ, जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि वे लॉक डाउन की अवधि में कम्बाईन हारर्वेस्टर्स के मूव्हमेंट को शिथिल रखें, जिससे हार्वेस्टर एक जिले से दूसरे जिले में तथा अन्य प्रदेशों से प्रदेश में आ-जा सकें। प्रमुख सचिव द्वारा कलेक्टरों से प्रदेश में कार्यरत हार्वेस्टर्स की तुरंत मरम्मत के लिये संबंधित वर्कशाप तथा स्पेयर पार्टस की दुकानों को भी लॉक डाउन से मुक्त रखने के लिये कहा गया है।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग का कहना है की अभी तक गेहूँ की 70 प्रतिशत और चने की 96 प्रतिशत कटाई हो चुकी है। आगामी 15 से 20 अप्रैल तक अधिकांश क्षेत्रों में कटाई का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। इस वर्ष असामयिक वर्षा के कारण भोपाल-नर्मदापुरम् से लेकर जबलपुर संभाग तक की फसलें एक साथ पक कर तैयार हुई हैं। प्रदेश में गेहूँ की फसल की कटाई मुख्य रूप से कम्बाईन हार्वेस्टर्स द्वारा ही की जाती है। हार्वेस्टर्स का मूव्हमेंट मालवा, निमाड़ अंचल से शुरू होकर भोपाल, नर्मदापुरम् संभाग होते हुए जबलपुर संभाग की ओर रहता है। प्रदेश में लगभग 50 प्रतिशत हार्वेस्टर्स पंजाब प्रांत से आकर काम करते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस वर्ष हार्वेस्टर्स की उपलब्धता में कमी आई है।
भोपाल, सागर और नर्मदापुरम् संभाग में फसलों की कटाई अंतिम चरण में है। इस अंचल में लगभग 1000-1200 हार्वेस्टर्स काम कर रहे हैं, जो आगामी 4-5 दिनों में कटाई कार्य से मुक्त हो जाएंगे। जबलपुर संभाग के अन्तर्गत जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी और छिन्दवाड़ा जिलों में हार्वेस्टर्स की कमी को अगले सप्ताह पूरा कर लिया जायेगा। श्योपुर जिले में कुछ हार्वेस्टर्स की कमी है, जिसकी पूर्ति गुना और शिवपुरी जिले में 3-4 दिन में खाली हो रहे हार्वेस्टर्स से पूरी की जाएगी।