नई दिल्ली: कांग्रेस ने मोदी सरकार की दस साल की विफलताओं को उजागर करते हुए ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया है। कांग्रेस ने इस ‘ब्लैक पेपर’ को ’10 साल, अन्याय काल’ का नाम दिया है। ‘ब्लैक पेपर’ में आर्थिक अन्याय, सामाजिक अन्याय, राजनीतिक अन्याय का जिक्र करते हुए महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ती अर्थव्यवस्था, नोटबंदी, जीएसटी, सार्वजनिक क्षेत्र की उपेक्षा, किसान संकट, श्रमिकों की समस्याएं, एससी-एसटी-ओबीसी और महिलाओं पर अत्याचार, जातिगत जनगणना, चीनी घुसपैठ, अग्निपथ योजना जैसे मुद्दों को लेकर पिछले दस वर्ष में मोदी सरकार की विफलताओं का उल्लेख किया गया है। पेपर में भाजपा पर धनबल से चुनी हुई सरकारों को गिराने, जांच एजेंसियों के दुरूपयोग और संघवाद को कमजोर करने के भी आरोप लगाए गए हैं।
पेपर में आंकड़ों के साथ यूपीए सरकार से एनडीए सरकार की तुलना की गई है। साथ ही यूपीए सरकार के कार्यों को भी बताया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी नेता नासिर हुसैन और पवन खेड़ा की मौजूदगी में नई दिल्ली में यह ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब भी संसद में अपनी बात रखते हैं तो अपनी असफलताओं को छिपाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी संसद में बेरोजगारी, महंगाई, किसानों के बारे में नहीं बोलते हैं। चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने, किसानों की आय दोगुनी करने जैसी गारंटियां दी थी, जिन्हें उन्होंने कभी पूरा नहीं किया। कांग्रेस जब मोदी सरकार की असफलताओं के बारे में बोलती है तब उसे महत्व नहीं दिया जाता है। इसलिए कांग्रेस ब्लैक पेपर से जनता को सरकार की विफलताओं के बारे में बताना चाहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई है, लेकिन मोदी सरकार इनकी बात कभी नहीं करती। ग्रामीण बेरोजगारी भी सबसे खराब स्थिति में है, क्योंकि मोदी सरकार ने मनरेगा के तहत आवंटन में बड़े पैमाने पर कटौती की है। जिस राज्य में भाजपा की सरकार नहीं है, केंद्र सरकार वहां मनरेगा का पैसा भी नहीं देती। मोदी सरकार चाहे तो दाल, तेल समेत रोजमर्रा की जरूरी चीजों पर महंगाई को क़ाबू कर सकती है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी अपने दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए बाहर से चीजें आयात कराते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि तीन काले कानूनों के खिलाफ किसान एक साल तक धरने पर बैठे रहे, लेकिन सरकार ने इनकी कोई चिंता नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों से कहा था कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य ज्यादा मिलेगा और आमदनी दोगुनी होगी, लेकिन कुछ भी नहीं किया।
खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सामाजिक न्याय की सिर्फ बातें करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ नहीं करते। सरकार को रोजगार देने की दिशा में काम करना चाहिए, जब सभी को भागीदारी मिलेगी और तभी न्याय होगा। इसलिए कांग्रेस पब्लिक सेक्टर की बात करती है। पब्लिक सेक्टर में एससी-एसटी, ओबीसी और आदिवासियों को रोजगार मिलता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ईडी, सीबीआई और केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए लोगों को धमकाकर पैसा लिया जा रहा है। इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिली पैसे के इस्तेमाल से लोकतंत्र खत्म किया जा रहा है। भाजपा ने बीते दस वर्षों में विपक्ष के 411 विधायकों को अपनी तरफ कर लिया। भाजपा ने कांग्रेस की कई सरकारें गिराईं। गैर-भाजपा राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। भाजपा देश में लोकतंत्र को खत्म कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला करते हुए खरगे ने कहा कि जो लोग दूसरों पर देश को बांटने और क्षेत्रवाद का झूठा इलज़ाम लगाते हैं, उन झूठ बोलने वालों को अपना कहा ही याद नहीं रहता। मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब वह यूपीए सरकार से गुजरात के टैक्स के अधिकार की बात करते थे। तब मोदी ने कहा था कि राज्यों को 50 प्रतिशत टैक्स मिलना चाहिए। मोदी ने ये भी कहा था कि गुजरात के लोग 48,600 करोड़ टैक्स देते हैं और केवल ढाई प्रतिशत वापस मिलता है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच तब भी बांटने वाली थी और आज भी वैसी ही है।