

बहुत समय के इंतज़ार के बाद अब भारतीय वायुसेना में शामिल हुए लड़ाकू विमान राफेल जेट्स। इन विमानों को हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर गुरुवार को औपचारिक समारोह में वायुसेना के बेडे़ में शामिल कर लिया गया। राफेल भारतीय वायुसेना के लिए एक काफी बड़ी उपलब्धि है। फ्रांस के साथ हुए 36 विमानों की डील जो 2016 के साल में की गयी थी उसके, बाद इस सालपहले पांच विमान जुलाई में भारत आ गए थे, और फिर गुरुवार को इसका प्रवर्तन हुआ है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का कहना है की, राफेल भारत के लिए गेमचेंजर साबित होगा। उनका यह भी कहना है कि राफेल का प्रवर्तन भातीय वायुसेना के लिए मील के पत्थर जैसा साबित होगा। और उनका यह भी कहना है की, भारत आजादी, समानता और भाईचारे के प्रति प्रतिबद्ध है।इसमें जानने वाली बात यह है की यह विमान वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन में शामिल होंगे, जिसे ‘गोल्डन एरोज़’ के नाम से जाना जाता है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस औपचारिक समारोह में फ्रेंच समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली के साथ मौजूद रहे।
पारंपरिक ‘सर्वधर्म पूजा’ के साथ राफेल को बेड़े में शामिल किया गया। राफेल को वॉटर कैनन से भी सलामी दी गई, और फिर राफेल और तेजस विमानों ने हवाई उड़ान भरी। शुरुआत में फ्लोरेंस पार्ली को दिल्ली में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, फिर पालम एयरफोर्स स्टेशन पर उनकी मुलाकात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से हुई। फिर वह अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के लिए निकले थे।