केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए आज नई दिल्ली में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के पश्चात केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने संवेदनशीलता के साथ और अराजनीतिक तरीके से मणिपुर में शांति बहाली के लिए अपने सुझाव दिए। भारत सरकार खुले मन से इन सुझावों पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पहले दिन से ही मणिपुर की स्थिति पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं और पूरी संवेदनशीलता के साथ इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए निरंतर हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि मोदी सरकार सबको साथ लेकर मणिपुर समस्या का समाधान निकालने के प्रति कटिबद्ध है। मोदी सरकार की प्राथमिकता है कि राज्य में अब एक भी व्यक्ति की जान हिंसा में ना जाए। मणिपुर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है 13 जून से राज्य में एक भी व्यक्ति की जान हिंसा में नहीं गई है। बड़ी मात्रा में लूटे गए हथियार वापस जमा कराए जा चुके हैं। राज्य में सुरक्षाबलों के लगभग 36 हज़ार जवान तैनात हैं। 40 IPS अधिकारियों को मणिपुर भेजा गया है 20 मेडिकल टीमें भेजी गई हैं तथा दवाओं सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। म्यांमार – मणिपुर सीमा पर 10 किलोमीटर बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है। 80 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाने के लिए टेंडर हो चुका है और बाकी बची सीमा का सर्वेक्षण चल रहा है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से स्थिति को सामान्य करने और मणिपुर में विभिन्नसमुदायों के बीच जल्द से जल्द शांति और विश्वास बहाल करने में मदद के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों का मणिपुर समस्या के समाधान के लिए उपयोगी सुझाव देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और भारत सरकार की ओर से आभार प्रकट किया।
सर्वदलीय बैठक में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने भी अपनापक्ष रखा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और गृह मंत्री अमित शाह जी द्वारा मणिपुर समस्या केत्वरित समाधान के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
नड्डा ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी इस पूरी घटना पर पहले दिन से ही नज़र बनाए हुए हैं। मणिपुर समस्या बेहद संवेदनशील है और इसे संवेदनशीलता के साथ हीसुलझाने की आवश्यकता है। सभी राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए उपयोगी सुझावों पर खुले मनसे चर्चा कर उन्होंने मणिपुर समस्या के समाधान के लिए सरकार द्वारा हरसंभव कदम उठाने काआश्वासन दिया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मणिपुर समस्या की जड़ में कई पुराने कारण हैं जो वर्तमान हिंसा के भड़कने का कारण भी बने। गृह मंत्री श्री अमित शाह जी स्वयं मणिपुर में 4 दिन रह कर वहां के सभी अलग-अलग ग्रुप्स से विस्तार में चर्चा की। गृह मंत्री जी ने वहां रिलीफ कैंप्स का भी दौरा किया। गृहराज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय वहां 20 से अधिक दिन रहे। नरेन्द्र मोदी सरकार स्थिति को समान्यकरने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हमें विश्वास है कि मणिपुर में जल्दी ही पहले जैसी शांतिआएगी।